छोड़ तो आए हैं तेरी मोहब्बत का दर
तुझसा कहां से लाएंगे बस यही एक डर
जो कुछ बचा है वो भी ले जाएगा ये वक़्त
अब याद बनके साथ रहेगा तू उम्र भर
बेबसी की दीवार में कैद किए अरमान
बेरंग सा हुआ दुखे दिल का ये जहान
कैसी तेरी गली कैसा तेरा शहर
अब याद बनके साथ रहेगा तू उम्र भर
कर सको तो तुम भी एक काम करना
बाकी मोहब्बत का ख़त्म अंजाम करना
मिलो कहीं तो गुज़र जाना बचाके नज़र
अब याद बनके साथ रहेगा तू उम्र भर
#अरमान
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