चलो हम तुम मिलकर एक नजम लिखते हैं
शब के कोयले से दीवार-ए-वादों पर कसम लिखते हैं
वक्त की बारिश भी धो न पाये इस इबारत को
कुछ ऐसी ही त्वारीख इस जनम लिखते हैं
फलक से समेट लेते हैं चांद तारों को
हर एक पर नाम-ए-सनम लिखते हैं
ख्वाहिशों की पतंग खूब ढील देके तानो
ऐसे खुले आसमान किस्मत से कम मिलते हैं
अश्कों को डाल आएं गहरे समंदर में
गमों के दरिया भी जाकर वहीं मिलते हैं
वफाओं की पोशाक से होगी हिफाजत हमारी
इश्क की वादी में मौसम भी रुख बदलते हैं
कहीं कलम न हो जाए मोहब्बत से खाली 'अरमान'
यही तो सोचकर जवाब में नफरतें कम लिखते हैं...
शब के कोयले से दीवार-ए-वादों पर कसम लिखते हैं
वक्त की बारिश भी धो न पाये इस इबारत को
कुछ ऐसी ही त्वारीख इस जनम लिखते हैं
फलक से समेट लेते हैं चांद तारों को
हर एक पर नाम-ए-सनम लिखते हैं
ख्वाहिशों की पतंग खूब ढील देके तानो
ऐसे खुले आसमान किस्मत से कम मिलते हैं
अश्कों को डाल आएं गहरे समंदर में
गमों के दरिया भी जाकर वहीं मिलते हैं
वफाओं की पोशाक से होगी हिफाजत हमारी
इश्क की वादी में मौसम भी रुख बदलते हैं
कहीं कलम न हो जाए मोहब्बत से खाली 'अरमान'
यही तो सोचकर जवाब में नफरतें कम लिखते हैं...
आपकी लिखी रचना बुधवार 19 जुलाई 2014 को लिंक की जाएगी...............
ReplyDeletehttp://nayi-purani-halchal.blogspot.in आप भी आइएगा ....धन्यवाद!
आपका आभार यशोदा जी,,,
Deleteगलती हो गई मुझसे प्रतिक्रया को फिर से पढ़ें
Deleteआपकी लिखी रचना शनिवार 19 जुलाई 2014 को लिंक की जाएगी...............
http://nayi-purani-halchal.blogspot.in आप भी आइएगा ....धन्यवाद!
😊
DeleteBeautiful Thought....
ReplyDeleteआप जैसे बड़े लेखक की कुछ सीखना चाहती हूँ
कृपया मार्गदर्शन दे। धन्यवाद!!
http://swayheart.blogspot.in/
राजश्री जी मैं कोई बड़ा लेखक या शायर नहीं हूं, ये आपकी ज़र्रा नवाज़ी है जो मेरा लेखन पसंद आया,,,सादर आभार,,,
Deleteबहुत ही बढ़िया
ReplyDeleteसादर आभार यश जी,,,
Deleteसादर आभार प्रतिभा जी,,,
ReplyDeleteबहुत सुन्दर....
ReplyDeleteसादर आभार,,,
Deleteख्वाहिशों की पतंग खूब ढील देके तानो
ReplyDeleteऐसे खुले आसमान किस्मत से कम मिलते हैं
अश्कों को डाल आएं गहरे समंदर में
गमों के दरिया भी जाकर वहीं मिलते हैं
बेहतर प्रस्तुति
आपका आभार डा० साहब,,
Deleteबहुत खूबसूरत हैं सभी शेर अरमान जी ...
ReplyDeleteसादर आभार दिगंबर जी,,,
ReplyDeleteKhubsurat gazal...... Likhate rahiye yun hi
ReplyDeletethank you so much pari ji...:)
Deleteबहुत सुंदर रचना...प्रेम को समर्पित भाव
ReplyDeletethank you bhaskar ji...
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