तेरी सांसों की तपिश मेरी सांसों में है बाकी
तेरे नैनों ने बना दिया है मुझे साकी
होशवालों में अब मैं शुमार कहां
ख़बर नहीं रही मुझको इस जहां की
वो खूबसूरत आंचल जो तुमने लहरा दिया
गुजरते वक्त को कुछ इस तरह ठहरा दिया
जैसे किसी मर्ज को जरूरत होती है दवा की
ख़बर नहीं रही मुझको इस जहां की
तेरी रौनक से आ जाता है आइनों में नूर
सादगी ऐसी कि जल जाए जन्नत की हूर
‘अरमान’ बदल गई है ख़ुदाई खुदा की
ख़बर नहीं रही मुझको इस जहां की
तेरे नैनों ने बना दिया है मुझे साकी
होशवालों में अब मैं शुमार कहां
ख़बर नहीं रही मुझको इस जहां की
वो खूबसूरत आंचल जो तुमने लहरा दिया
गुजरते वक्त को कुछ इस तरह ठहरा दिया
जैसे किसी मर्ज को जरूरत होती है दवा की
ख़बर नहीं रही मुझको इस जहां की
तेरी रौनक से आ जाता है आइनों में नूर
सादगी ऐसी कि जल जाए जन्नत की हूर
‘अरमान’ बदल गई है ख़ुदाई खुदा की
ख़बर नहीं रही मुझको इस जहां की
Superb!!!!
ReplyDeleteSwayheart.blogspot.in
thank you so much rajshree ji...
ReplyDeleteशानदार...बहुत बढ़िया।।।।
ReplyDeletethank you anusha...
Deleteबढ़िया :)
ReplyDeletethank you sir....
Deleteshukriya bhaskar ji...
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